एक बार एक राजा था जो अपने राज्य के लोगों से बहुत प्रेम करता था। उसने सभी लोगों को अपने बगीचे में बुलाया और उन्हें खाने के लिए अनेक प्रकार के फल दिए।

इससे सभी लोग बहुत खुश हुए और राजा को धन्यवाद दिया। लेकिन एक दिन उस बाग में एक लोमड़ी आ गई जो बहुत ही बदमाश थी।

वह राजा के सामने आई और उसने कहा, "अगर तुम मुझे 10 फल नहीं दोगे तो मैं तुम्हारी जान ले लूंगी।" राजा को बहुत चिंता हुई और उसने लोमड़ी को 10 फल दे दिए।

लेकिन अगले दिन फिर से वही लोमड़ी आ गई और 20 फल मांगने लगी। राजा को यह बहुत अच्छा नहीं लगा लेकिन उसने फिर भी उसे 20 फल दे दिए।

इसी तरह लोमड़ी हर दिन आती और फल मांगती रहती। एक दिन राजा ने लोमड़ी को पूछा, "तुम इतने फल क्यों मांगती हो?

" लोमड़ी ने उत्तर दिया, "मैं तुम्हारे बगीचे में एक छोटा सा घर बनाना चाहती हूं।" राजा ने उसे एक छोटा सा घर बनाने की अनुमति दे दी।

लोमड़ी ने उस घर को बना लिया और उसमें रहने लगी। अब वह फल नहीं मांगती थी।

राजा ने इससे यह सीखा कि अगर हम अपने समस्याओं का सामना करना चाहते हैं तो हमें उन्हें ठीक से समझना चाहिए