जिनके इरादे
मेहनत
की स्याही से लिखे जाते हैं उनकी
किस्मत
में कभी खाली पन्ने नहीं होते हैं।
उठो तो ऐसे
उठो
कि फक्र हो बुलंदी को झुको तो ऐसे
झुको
की बंदगी भी नाज़ करे
जब कड़ी से कड़ी जोड़ते हैं तभी
जंजीर
बनती है और जब मेहनत पे मेहनत होती है तभी
तक़दीर
बनती है।
आखों
में मंजिंल थी, गिरे और संभल गये इन
आँधियों
में इतना दम नहीं था चिराग हवाओं में भी जल गये
या तो
वक्त
बदलना सीखो या फिर बदल जाओ वक्त के साथ
मज़बूरियों
को मत कोसो हर हाल में जीना सीखो.
ज़मीन
पर बैठ क्यों आसमान देखता है अपने पंखो को
खोल
ये ज़माना सिर्फ उड़ान देखता है.
जिनको
कहना
है कहने दो अपना क्या जाता है, ये वक्त वक्त की बात है और
वक्त
सभी का आता है.
हार
हो जाती है जब मान लिया जाता है
जीत
तब होती है जब ठान लिया जाता है