जीतेंगे
हम ये वादा करो कोशिश हमेशा ज्यादा करो किस्मत भी रूठे पर
हिम्मत
ना टूटे मज़बूत इतना इरादा करो
खुल जाएँगे सभी रास्ते
रूकावट
से लड़ तो सही होगा साहिल पर तू
जिद्द
पर अड़ तो सही।
परिंदों
को मंज़िल मिलेगी यक़ीनन ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं अक्सर वो लोग
खामोश
रहते हैं
ज़माने
में जिनके हुनर बोलते हैं।
सपना
एक देखोगे मुश्किलें हजार आएंगी लेकिन वो मंजर बड़ा
खूबसूरत
होगा जब कामयाबी शोर मचाएगी।
हथेली पर रखकर
नसीब
तू क्यों अपना मुकद्दर ढूंढता है सीख उस
समंदर
से जो टकराने के लिए पत्थर ढूंढता है
चलता
रहूँगा पथ पर चलने में माहिर बन जाऊंगा या तो मंजिल मिल जायेगी या अच्छा
मुसाफिर
बन जाऊंगा
मुश्किलों
से कह दो उलझा ना करें हमसे हमें हर हाल में जीने का
हुनर
आता है।
विकल्प
बहुत मिलेंगे मार्ग भटकाने के लिए लेकिन संकल्प एक ही
काफी
है
मंजिल
तक जाने के लिए
जितना
कठिन
संघर्ष होगा जीत उतनी ही
शानदार
होगी