अगर एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठने की आपको आदत है, तो हो सकता है कि आप बीमार हो जाएं। यह न सिर्फ आपके पोश्चर को प्रभावित करता है, बल्कि अन्य समस्याएं भी उत्पन्न करता है।
यह आपकी मेटाबॉलिक हेल्थ के साथ खिलवाड़ करता है और हाई ब्ल प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा आदि बीमारियों की जड़ बन सकता है।
चूंकि बैठे रहने से कोई एक्टिविटी नहीं होती और पैरों में खून जमा हो सकता है। यह वैरिकोज वेन्स या स्पाइडर वेन्स का कारण बन सकता है।
इससे पीठ की मांसपेशियों, गर्दन और रीढ़ पर बहुत दबाव पड़ता है। जब आप झुककर बैठते हैं, तो रीढ़ की हड्डी के लिगामेंट्स पर खिंचाव पड़ सकता है और डिस्क पर दबाव पड़ सकता है।
नियमित रूप से एक्सरसाइज करने पर मांसपेशियां वो मॉलिक्यूल्स रिलीज करती हैं, जिससे फैट कम होता है। जब आप बहुत देर तक बैठे रहते हैं, तो ऐसा नहीं हो पाता और इससे चर्बी बढ़ती रहती है।
पूरे दिन बैठने से आप शरीर के निचले हिस्से की शक्तिशाली मांसपेशियों को कमजोर बना देते हैं। मांसपेशियों की इसी कमजोरी को मांसपेशी एट्रोफी कहते हैं। इससे आपके पैरों में जान नहीं रहती है और आपको स्थिर रहने में दिक्कत हो सकती है।
स्क्रीन पर लंबे समय तक देखने से आपकी आंखों पर भी दबाव पड़ता है। इससे नींद आने में परेशानी हो सकती है और नींद खराब होने से आपका एंग्जायटी लेवल भी बढ़ता है।
• हर 30 मिनट में एक ब्रेक लें और कुछ देर टहलें। • बैठने के लिए एर्गोनॉमिक कुर्सी चुनें। इसकी सही ऊंचाई होगी और यह आपकी पीठ को सही ढंग से सहारा भी देगी। • अगर आप ब्रेक्स नहीं ले पा रहे हैं तो कुर्सी में बैठे-बैठे थोड़ी स्ट्रेचिंग आदि करें।
अपनी इस आदत को नियंत्रित करें और बीच-बीच में ब्रेक लेकर इसे तोड़ने का प्रयास करें। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ते रहने के लिए विजिट करें moodylines.com