वक़्त के भी अजीब किस्से है किसी का कटता नही और किसी के पास होता नही।

आँसू वो खामोश दुआ है जो सिर्फ़ खुदा ही सुन सकता है।

यूँ तो जिंदगी तेरे सफर से शिकायतें बहुत थी दर्द जब दर्ज कराने पहुंचे तो कतारें बहुत थी

एम्बुलेंस सा हो गया है ये जिस्म सारा दिन घायल दिल को लिये फिरता है।

शीशा तो टूट कर अपनी कशिश बता देता हैं दर्द तो उस पत्थर का हैं जो टुटने के काबिल भी नही।

लोग कहते हैं कि आदमी को अमीर होना चाहिए और हम कहते कि आदमी का जमीर होना चाहिए।

संभाल के रखना अपनी पीठ को यारो शाबाशी और खंजर दोनो वहीं पर मिलते है।

इतना आसान नही जीवन का किरदार निभा पाना इंसान को बिखरना पड़ता है रिश्तो को समेटने के लिए।

Amazing Two lines

एहसासों की नमी बेहद जरुरी है हर रिश्ते में रेत भी सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है।

इश्क़ को भी इश्क़ हो तो फिर मैं देखूं इश्क़ को…! कैसे तड़पे, कैसे रोये, इश्क़ अपने इश्क़ में…!