क्या आप जानते है शिवलिंग पर जल चढ़ाने का सही तरीका ?

कुछ नियम शिवलिंग के पूजन से भी जुड़े हुए हैं, जिसमें शिवलिंग पर जल अर्पित करने का तरीका मुख्य माना जाता है, लेकिन क्या आप शिवलिंग पर जल चढ़ाने का सही तरीका जानती हैं। आइए जानें-

एक्सपर्ट की राय

शिव कृपा पाने के लिए पूरे नियम से शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। शिवलिंग पर जल चढ़ाने के सही तरीके के बारे में विस्तार से जानते हैं

किस दिशा की ओर

शिवलिंग पर कभी भी पूर्व दिशा की ओर मुंह करके जल न चढ़ाएं। पूर्व दिशा को भगवान शिव का मुख्य प्रवेश द्वार माना जाता है और इस दिशा में मुख करने से शिव के द्वार में अवरोध होता है।

बैठकर चढ़ाएं जल

शिवलिंग को हमेशा बैठकर ही जल अर्पित करें। पुराणों के अनुसार खड़े होकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने से यह शिव जी को समर्पित नहीं होता है और इसका पुण्य प्राप्त नहीं होता है।

तांबे में दूध ना चढ़ाएं

भूलकर भी तांबे के पात्र से शिव जी को दूध न चढ़ाएं क्योंकि तांबे में दूध विष के समान बन जाता है।

कौन से पात्र से

कभी भी स्टील के पात्र शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाना चाहिए इससे शिव जी रुष्ट हो जाते हैं। शिव जी को जल चढ़ाने के लिए सबसे अच्छे पात्र तांबे, चांदी और कांसे के माने जाते हैं। 

उत्तर दिशा की ओर

हमेशा भगवान शिव को उत्तर दिशा की ओर मुंह करके ही जल चढ़ाएं। उत्तर दिशा को शिव जी का बायां अंग माना जाता है जो माता पार्वती को समर्पित है।

तेजी से न चढ़ाएं जल

कभी भी शिवलिंग पर तेजी से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। शास्त्रों में भी बताया गया है कि शिव जी को जल धारा अत्यंत प्रिय है। ऐसे में बहुत ही प्यार से भगवान को जल अर्पित करें।

आपको भी शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें। इस तरह की अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें moodylines.com